तुलसी
तुलसी एक बहुत उपयोगी वनस्पति है।हिन्दुओ के प्रत्येक शुभ कार्य में,तुलसी का प्रयोग होता है । तुलसी को विष्णुप्रिया भी कहा जाता है। जहा तुलसी के पौधे अधिक मात्रा में पाये जाते है,वहाँ का वातावरण शुद्ध होता है । तुलसी के पत्तो में एक प्रकार का तेल होता है जो वाष्पित होकर अशुद्ध वातावरण को शुद्ध करता है।
तुलसी सौंदर्यवर्धक ,रक्तशोधक है। तुलसी को सुबह शाम नीबू के रस के साथ मिलकर लगाने से काले दाग दूर होते है और चेहरे की सुदरता बढ़ती है।
तुलसी के पत्ते खाकर दूध नहीं पीना चाहिये ।
तुलसी शारीरिक व्याधियों को दूर करने के साथ मनुष्य के आतंरिक भावो और विचारो पर भी कल्याणकारी प्रभाव डालती है।
तुलसी की सैकड़ो किस्मे है,किन्तु मुख्य पाँच है। श्यामा (काली ),रामा ,ददिह ,बाबी और तुकाशमीय तुलसी । इसमें श्यामा तुलसी अधिक फायदेमंद मानी गयी है ।
कष्ट निवारण
मानव शरीर का कई भी कष्ट हो तुलसी उसके निवारण के लिए तत्पर है । आइये देखते है की भिन्न रोगों मेतुलसी का कैसे उपयोग करते है।
सर्दी ,जुकाम में:-
- १० से १२ पत्तिया तुलसी की पीस ले । ऐसे नीबू व् शहद के साथ मिलाकर गरम पानी के साथ पियें । सर्दी,जुकाम ,अस्थमा व् सांस की तकलीफ में फायदेमंद है ।
- तुलसी का रास सहद में मिलाकर चाटने से जुकाम व् ख़राब गले में आराम मिलता है।
उल्टी :-
- तुलसी और अदरक का रास शहद के साथ लेने से उल्टी आनी बंद हो जाती है। इलायची और तुलसी के पत्ते खाने से भी उलटी आना बंद हो जाती है।
प्रसव पीड़ा :-
- तुलसी के रस का पान करने से प्रसव पीड़ा काम होती है ।
- तुलसी की जड़ कमर में बांधने से स्त्रियों को,विशेषता : गर्भवती स्त्रियों को लाभ होता है ।
एसिडिटी :-
- तुलसी के पत्तो में को छाछ या दही के साथ लेने से एसिडिटी मिटती है ।
- तुलसी के पत्तो का रस पीने से पेट के कीड़े मर जाते है ।
शिशु रोग :-
- बच्चो की सूखी ख़ासी में तुलसी की कोपलें व् अदरक समान मात्रा में ले । इन्हें पीसकर ले ।
- बच्चो के पेट दर्द में तुलसी का थोड़ा सा रस गरम कर के पिला दे ,आराम मिलेगा ।
- बच्चो दाँत निकलते तुलसी का रस पिलाना फायदेमंद होता है ।
स्मरण शक्ति :-
- रोज़ सुबह खाली पेट पानी के साथ तुलसी का सेवन करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है ।
चक्कर :-
- तुलसी के पत्तो के साथ कालीमिर्च चबाने से चक्कर आने बंद होते है ।
दस्त :-
- जायफल और तुलसी के पत्तो को फेंटकर पीने से दस्त बंद हो जाते है ।
- तुलसी के बीज का पाँच ग्राम चूर्ण पानी के साथ ले दस्त मरोड़ बन हो जाएंगे ।
बेहोशी :-
- तुलसी के पत्तो का रस नाक में डालने से व्यक्ति होश में आ जाता है ।
इस प्रकार तुलसी बहुत ही उपयोगी है । हमें अपने घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाना चाहिए ।
Good one
ReplyDeleteOur Ayurveda is great. Most common plant is indeed most important both religiously and medically
ReplyDelete